
प्रयागराज, जिसे धार्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक नगरी के रूप में जाना जाता है, अब आधुनिक विमानन सुविधाओं की ओर एक और अहम कदम बढ़ा रहा है। शहर का नया एयरपोर्ट टर्मिनल अगस्त महीने से पूरी तरह संचालित हो जाएगा। इस नई शुरुआत से जहां प्रयागराज की हवाई कनेक्टिविटी को एक नई दिशा मिलेगी, वहीं यात्रियों को भी अब अधिक सुविधा, बेहतर अनुभव और अंतरराष्ट्रीय स्तर की संरचनाएं मिलेंगी।
क्यों खास है प्रयागराज एयरपोर्ट का नया टर्मिनल?
Prayagraj Airport के इस नए टर्मिनल का निर्माण 450 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है और यह एयरपोर्ट की वर्तमान क्षमता को कई गुना बढ़ा देगा। टर्मिनल का डिज़ाइन आधुनिक तकनीक और सुविधाओं से लैस है, जिसमें यात्रियों के लिए बड़े वेटिंग एरिया, अधिक सुरक्षा चेक पॉइंट्स, हाई-टेक बैगेज सिस्टम और ग्रीन बिल्डिंग फीचर्स शामिल हैं।
टर्मिनल की प्रमुख विशेषताएं:
- डबल स्टोरी बिल्डिंग: नया टर्मिनल दो मंजिलों वाला होगा, जिससे आगमन और प्रस्थान यात्रियों की भीड़ को प्रभावी ढंग से प्रबंधित किया जा सकेगा।
- 6 एयरक्राफ्ट स्टैंड: एक समय में छह विमान पार्क करने की सुविधा उपलब्ध होगी।
- स्मार्ट इन्फ्रास्ट्रक्चर: अत्याधुनिक सुरक्षा प्रणाली, सीसीटीवी निगरानी, और फुली डिजिटल बोर्डिंग प्रोसेस।
- ग्रीन बिल्डिंग: यह टर्मिनल पर्यावरण के अनुकूल निर्माण के तहत बनाया गया है, जिसमें सौर ऊर्जा और रेनवॉटर हार्वेस्टिंग की सुविधा भी शामिल है।
- बढ़ी हुई यात्री क्षमता: नया टर्मिनल हर साल करीब 10 लाख यात्रियों को संभालने की क्षमता रखेगा।
यात्रियों को कैसे मिलेगा फायदा?
- तेज़ और सुविधाजनक चेक-इन: स्मार्ट काउंटर, कियोस्क और ज्यादा चेक-इन काउंटर यात्रियों को लंबी कतारों से राहत देंगे।
- बढ़ी हुई उड़ान संख्या: एयरलाइंस को अधिक स्लॉट मिलने से प्रयागराज से अन्य शहरों के लिए सीधी उड़ानों की संख्या में वृद्धि होगी।
- बेहतर कनेक्टिविटी: प्रयागराज से दिल्ली, मुंबई, बंगलुरु, कोलकाता और लखनऊ जैसे प्रमुख शहरों के लिए उड़ानों में सुविधा बढ़ेगी।
- पर्यटन और व्यापार को बढ़ावा: तीर्थस्थल, कुंभ, संगम और यूनिवर्सिटी शहर होने के कारण प्रयागराज को अधिक घरेलू और अंतरराष्ट्रीय पर्यटक आकर्षित कर सकेंगे।
परियोजना की प्रगति और उद्घाटन की तैयारी
एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) और उत्तर प्रदेश सरकार की देखरेख में इस टर्मिनल का निर्माण कार्य लगभग 95% पूर्ण हो चुका है। बाकी बचे कार्यों को जुलाई के अंत तक पूरा करने की योजना है। अगस्त के पहले या दूसरे सप्ताह में इसका औपचारिक उद्घाटन किए जाने की संभावना है। इस दौरान केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में शामिल होने की उम्मीद है।
क्या कहते हैं अधिकारी?
प्रयागराज एयरपोर्ट के निदेशक ने बताया, “यह टर्मिनल प्रयागराज की हवाई यात्रा को पूरी तरह बदल देगा। यह सिर्फ शहर के लिए नहीं बल्कि पूरे पूर्वांचल क्षेत्र के लिए एक गेमचेंजर साबित होगा।”
स्थानीय लोगों और यात्रियों में उत्साह
स्थानीय नागरिकों, व्यापारियों और विद्यार्थियों में इस खबर को लेकर खासा उत्साह देखा जा रहा है। अभी तक प्रयागराज से उड़ानों की सीमित संख्या के कारण यात्रियों को वाराणसी या लखनऊ जाना पड़ता था, लेकिन अब नए टर्मिनल से सीधी उड़ानों के विकल्प बढ़ने की पूरी संभावना है।
भविष्य की योजनाएं
सरकार और एएआई की योजना है कि इस टर्मिनल के शुरू होने के बाद प्रयागराज को अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए भी तैयार किया जाए। साथ ही रनवे विस्तार और नए एयर ट्रैफिक कंट्रोल टॉवर जैसे प्रोजेक्ट भी प्रस्तावित हैं।
निष्कर्ष
प्रयागराज एयरपोर्ट का नया टर्मिनल शहर की उड़ान भरती महत्वाकांक्षाओं का प्रतीक है। यह न केवल प्रयागराज की हवाई कनेक्टिविटी को बेहतर बनाएगा बल्कि आर्थिक, शैक्षिक, धार्मिक और पर्यटन क्षेत्र में भी व्यापक सकारात्मक प्रभाव डालेगा। अगस्त में जैसे ही टर्मिनल पूरी तरह कार्यशील होगा, प्रयागराज एक नए युग में प्रवेश करेगा — जहां आधुनिकता और परंपरा साथ चलेंगी।
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